प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिल रहा
कागजों पर चल रही है घरकुल योजना
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत केंद्र तथा राज्य सरकार ने 2022 तक सभी को घर देने का संकल्प किया है। किंतु गत 5 वर्ष में बहुत ही कम लोगों को लाभ मिला है। यहां योजना सिर्फ कागजों पर चलाई जा रही है गरीबी की रेखा से नीचे जीवन बसर करने वाले लोगों ने पिछले 5 वर्षों में घर के लिए कोशिश की लेकिन उन्हें घर नहीं मिला गरीबी रेखा से नीचे जीवन बसर करने वालों को ही इस योजना का लाभ दिया जाता था। कई परिवार ऐसे हैं जो अब यहां आने लगे हैं कि यहां योजना सिर्फ खानापूर्ति के लिए चलाई जा रही है। वास्तविक रूप से इस योजना से बहुत कम लोगों को ही लाभ प्राप्त हुआ है 2014 में भाजपा सरकार के सत्तारूढ़ होने के बाद सरकार की ओर से गरीबी को रोटी, कपड़ा और मकान मिले इस योजना अमल में लाई गई थी। इस योजना के साथ-साथ प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से भी गरीब को घर देने का संकल्प किया गया है इस योजना के तहत गरीब को आवास सुविधा उपलब्ध कराए जा रही है इसमें सरकार ने प्रपत्र ब के तहत सूची तैयार की गई है। पेपर की सूची में आने वाले लाभार्थियों को आवास का लाभ दिया जा रहा है अब इस सूची के सभी लाभार्थियों को आवास उपलब्ध हो जाएंगे उसके बाद प्रपत्र ड की सूची में शामिल लाभार्थियों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्रदान किए जाएंगे प्रपत्र सूची के लाभार्थियों को इस योजना के तहत कम मिलेंगे। इस की ओर से सूची में शामिल लोगों की निगाहें लगी हुई है।
2022 तक सबको घर का कैसे होगा सपना पूरा
एक तरफ सरकार की ओर से ढूंढा जा रहा है कि 2022 तक सभी को घर दिया जाएगा और दूसरी तरफ 2014 में बनाई गई सूची में शामिल लोगों को अभी तक आवास नहीं मिला ऐसे में सरकार की कथनी और करनी में कितना अंतर है? इसका खुलासा हो गया है ऐसी स्थिति में सभी को घर मिलेगा इसमें संदेह ही है। सरकार के प्रपत्र ब की सूची में पूरी तरह से लाभ मिलने के बाद ही प्रपत्र ड की सूची का ध्यान दिया जाएगा।
कागजों पर चल रही है घरकुल योजना
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत केंद्र तथा राज्य सरकार ने 2022 तक सभी को घर देने का संकल्प किया है। किंतु गत 5 वर्ष में बहुत ही कम लोगों को लाभ मिला है। यहां योजना सिर्फ कागजों पर चलाई जा रही है गरीबी की रेखा से नीचे जीवन बसर करने वाले लोगों ने पिछले 5 वर्षों में घर के लिए कोशिश की लेकिन उन्हें घर नहीं मिला गरीबी रेखा से नीचे जीवन बसर करने वालों को ही इस योजना का लाभ दिया जाता था। कई परिवार ऐसे हैं जो अब यहां आने लगे हैं कि यहां योजना सिर्फ खानापूर्ति के लिए चलाई जा रही है। वास्तविक रूप से इस योजना से बहुत कम लोगों को ही लाभ प्राप्त हुआ है 2014 में भाजपा सरकार के सत्तारूढ़ होने के बाद सरकार की ओर से गरीबी को रोटी, कपड़ा और मकान मिले इस योजना अमल में लाई गई थी। इस योजना के साथ-साथ प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से भी गरीब को घर देने का संकल्प किया गया है इस योजना के तहत गरीब को आवास सुविधा उपलब्ध कराए जा रही है इसमें सरकार ने प्रपत्र ब के तहत सूची तैयार की गई है। पेपर की सूची में आने वाले लाभार्थियों को आवास का लाभ दिया जा रहा है अब इस सूची के सभी लाभार्थियों को आवास उपलब्ध हो जाएंगे उसके बाद प्रपत्र ड की सूची में शामिल लाभार्थियों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्रदान किए जाएंगे प्रपत्र सूची के लाभार्थियों को इस योजना के तहत कम मिलेंगे। इस की ओर से सूची में शामिल लोगों की निगाहें लगी हुई है।
2022 तक सबको घर का कैसे होगा सपना पूरा
एक तरफ सरकार की ओर से ढूंढा जा रहा है कि 2022 तक सभी को घर दिया जाएगा और दूसरी तरफ 2014 में बनाई गई सूची में शामिल लोगों को अभी तक आवास नहीं मिला ऐसे में सरकार की कथनी और करनी में कितना अंतर है? इसका खुलासा हो गया है ऐसी स्थिति में सभी को घर मिलेगा इसमें संदेह ही है। सरकार के प्रपत्र ब की सूची में पूरी तरह से लाभ मिलने के बाद ही प्रपत्र ड की सूची का ध्यान दिया जाएगा।
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