गोंदिया। कहते हैं ना, अल्लाह, ईश्वर कभी किसी को भूखा नही सुलाता। चाहे जरिया जो भी हो, वो अपने बंदे का ख्याल हर हाल में रखता है। लॉकडाउन के कारण कामधंदे से लाचार हो चुके लोग गरीबी और मुफलिसी के दौर से गुजर रहे है।
पैसे-पैसे के लिए, पेट भरने के लिए अनाज के मोहताज हो गए है। पर शुक्र है उन लोंगो का जो निश्वार्थ होकर रहनुमा या फरिश्ता बनकर अपने मदद के हाथ इन जरुतमन्दों के लिए आगे बढ़ा रहे है। गोंदिया नगरी में सैकड़ों लोग हैं जो अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन कर रहे है और उनकी जरूरत को पूरा करने का फर्ज निभा रहे है।
दरअसल इसे ही इंसानियत और मानवता कहते है। जो संकट में एकदूसरे के काम आए। इनमें से

एक है हमारे भाई सरफराज गोडिल। जो स्वयं के माध्यम से खाद्य सामग्री भर-भर कर पिछले कुछ दिनों से निरंतर जरुतमन्दों को भेज रहे है। सरफराज गोडिल ख्वाजा गरीब नवाज बहुउद्देश्यीय संस्था के अध्यक्ष है, जो इस संस्था के माध्यम से व्यापक रूप में सामुहिक विवाह का कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को लाभ पहुँचाते आ रहे है।
खाद्य सामग्री वितरीत करने के इस नेक कार्य में उनके मित्र भी कौमी एकता की मिसाल के साथ उनका सहयोग कर रहे है। उनके माध्यम से फुलचुर टोला, आसपास की बस्ती व अन्य जगहों पर सूखे अनाज का वितरण कर रहे है। सरफराज गोडिल कहते है, उन्हें खुशी है कि वे आज अपने जरुतमन्द भाइयों के काम आ रहे है।
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