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शौचालय योजना के पैसे लाभार्थी के खाते में डालने हेतु ग्राम सेवक ने मांगी रिश्वत, एसीबी ने किया गिरफ्तार

 

गोंदिया। शौचालय योजना अंतर्गत मंजूर 12 हजार की निधि रक्कम बाबत जानकारी लेने गए शिकायतकर्ता से ग्रामसेवक ने मंजूर निधि बैंक खाते में ट्रांसफर करने के एवज में 2 हजार रुपयों की रिश्वत मांगने का मामला सामने आया है। आज एंटी करप्शन ब्यूरो गोंदिया की टीम ने छापामार कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया।

  आरोपी चन्द्रकुमार रामेश्वर माहुले, शासकीय कर्मचारी (ग्राम सेवक ) ग्राम पंचायत कार्यालय अंभोरा, अतिरिक्त ग्राम सेवक ग्राम पंचायत कार्यालय अर्जुनी ता. गोंदिया बताया गया है। जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता जो पेशे से एक साइकिल रिपेरिंग का व्यवसाय करता है, उसे 2019-20 में शासकीय योजना अंतर्गत घरेलू शौचालय मंजूर हुआ था। शिकायकर्ता ने 2020 में शौचालय का बांधकाम पूर्ण कर जब मंजूर निधि 12 हजार बाबत जानकारी हेतु अर्जुनी ग्राम पंचायत कार्यालय में अतिरिक्त प्रभारी ग्राम सेवक माहुले से बातचीत की तो, आरोपी ग्रामसेवक माहुले ने शौचालय बांधकाम हेतु मंजूर 12 हजार की निधि उसके खाते में डालने के नाम पर 2 हजार रुपये रिश्वत की मांग की।

  शिकायतकर्ता को ये रिश्वत देना नागवार गुजरा, उसने रिश्वत न देने की ठान लेते हुए 24 अगस्त 2020 को इसकी शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो गोंदिया कार्यालय में दर्ज कराई। 25 अगस्त को एसीबी की टीम ने रिश्वत मामले में जांच पड़ताल पूर्ण कर आज 31 अगस्त को अर्जुनी ग्राम पंचायत कार्यालय में पंचों के समक्ष ग्राम सेवक को रिश्वत के रूप में धनादेश (चेक) लेते गिरफ्तार किया, व आरोपी के खिलाफ कलम 7 ला.प्र. का. 1988 (सुधारित अधिनियम 2018) के तहत कार्रवाई करते हुए रावनवाड़ी थाने में मामला दर्ज कराया।

    कार्यवाही को पुलीस अधीक्षक रश्मि नांदेडकर, अपर पोलीस अधीक्षक राजेश दुद्दलवार, ला.प्र.वि., नागपूर के मार्गदर्शन में पोलीस उप अधिक्षक रमाकांत कोकाटे, सहा.फौ. विजय खोब्रागडे, शिवशंकर तुंबळे, पो.हवा. प्रदिप तुळसकर, राजेश शेंद्रे, नापोशि. रंजित बिसेन, डिगांबर जाधव, नितीन रहांगडाले, राजेंद्र बिसेन, मनापोशि, गिता खोब्रागडे, वंदना बिसेन, चालक देवानंद मारबते एवं सभी ला.प्र.वि, गोंदिया ने किया।

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