खरीफ मौसम में किसानों को कोई भी दुविधा उत्पन्न न हो इसका खास ख्याल रख नियोजन करें- पालकमंत्री अनिल देशमुख

गोंदिया। आगामी खरीफ मौसम को ध्यान में रखते हुए किसानों को रासायनिक खाद, बीज एवं किटनाशक आदि सामग्री सहज उपलब्ध हो, एवं लॉकडाउन के दौरान किसानों को किसी भी समस्या की बाधा निर्माण न हो, इसका खास ख्याल रख नियोजन करने के निर्देश पालकमंत्री अनिल देशमुख ने प्रशासकीय अधिकारियों को दिए।
शनिवार 25 अप्रैल को जिलाधिकारी कार्यालय के नियोजन समिति सभागृह में पालकमंत्री की अध्यक्षता में जिले के आगामी खरीफ मौसम को लेकर समीक्षा बैठक ली गई थी, जिसमे वे संबोधित कर रहे थे।
इस बैठक में आमदार सर्वश्री विनोद अग्रवाल, मनोहरराव चंद्रिकापुरे व सहसराम कोरोटे, जिल्हाधिकारी डॉ.कादंबरी बलकवडे, जिल्हा परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ.राजा दयानिधी, पोलिस अधीक्षक मंगेश शिंदे, सहायक जिल्हाधिकारी रोहन घुगे, जि.प.कृषी समिती सभापती शैलजा सोनवाने, जिल्हा अधीक्षक कृषी अधिकारी गणेश घोरपडे आदि प्रमुखता से उपस्थित थे।
पालकमंत्री देशमुख ने कहा, कृषी विभाग ने समन्वय स्थापित कर रासायनिक खाद, बीज, खेती सबंधित ओजार, छिड़काव यंत्र व कीटनाशक आदि मामलों पर ध्यानकेन्द्रित कर किसानों को इसकी उपलब्धता कराकर फसल बीमा कंपनी के अधिकारियों के साथ बैठक लेकर अधिक से अधिक किसानों को फसल बीमा सहज व सरलता से कैसे बीमा निकाला जा सकता है इस दृष्टिकोण से नियोजन करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा, भाऊसाहेब फुंडकर फलबाग योजना में बागायती फसलों में उत्सुक किसानों को भी इस योजना में शामिल कर उनके उत्पन्न में बढ़ोतरी करने का प्रयास करें।
जिले में जिन किसानो के बिजली कनेक्शन प्रलंबित है ऐसे किसानों को त्वरित बिजली कनेक्शन दिलाने बिजली वितरण कंपनी के अधिकारियो को पालकमंत्री श्री देशमुख ने निर्देशित किया। सामान्य किसानों को बैंक फसल कर्ज वितरित करने का कार्य करें। अगर कोई बैंक अधिकारी किसानों को कर्ज देने में टालमटोल करता है तो उसपर फौजदारी मामला दर्ज करें। खरीफ सीजन 2020-21 के लिये जो नियोजन किया गया है, उसपर कृषि विभाग प्रभावी रूप से कार्य करे ऐसे निर्देश दिए।
आमदार चन्द्रिकापुरे ने कहा, रात के समय आठ घण्टे बिजली आपूर्ति की जाती है। इससे किसानों को फसल लेने में बाधा निर्माण होती है। जिस स्तर पर धान खरीदी केंद्र द्वारा की जानी चाहिए, उस प्रमाण में नही की जा रही इस पर भी उन्होंने पालकमंत्री का ध्यान केंद्रित किया।
आमदार विनोद ने कहा, छत्रपति शिवाजी महाराज शेतकरी सन्मान योजना में जिले के अनेको पात्र किसानों को इस योजना का लाभ प्राप्त नही हो रहा है। इन सभी किसानों को महात्मा ज्योतिराव फुले शेतकरी कर्जमुक्ती योजना में समाविष्ट करने की अपील उन्होंने की।
विधायक सहसराम कोरोटे ने पालकमंत्री श्री देशमुख का ध्यान केंद्रित कर कहा कि, कोल्हापुरी बांध से सिंचन क्षेत्र में बढ़ोत्तरी हो सकती है, अगर कोल्हापुरी बाँध का निर्माण बड़े स्तर पर किया जाता है तो किसानों को भरपुर खेती का लाभ प्राप्त होंगा।
जिल्हा अधीक्षक कृषी अधिकारी घोरपडे ने, खरीफ सीजन की पूर्व तैयारी की जानकारी देते हुए बताया कि, जिले में 1 लाख 99 हजार 864 हेक्टर क्षेत्र में फसल लेने का नियोजन है। धान की फसल 1 लाख 89 हजार हेक्टर क्षेत्र पर लेना प्रस्तावित है। महाबीज एवं निजी कंपनियो द्वारा धान के खाजगी 68 हजार 988 क्विंटल बीजो की मांग की गई हैं। युरिया, डीएपी, संयुक्त खाद सहित अन्य रासायनिक खाद की 83 हजार 57 मेट्रिक टन के करीब मांग है। सन 2020-21 के इस वर्ष में 270 कोटी रुपये खरीफ मौसम में फसल कर्ज वितरित किये जाने का उद्देश्य गोंदिया जिल्हा मध्यवर्ती सहकारी बँक, ग्रामीण बँक, राष्ट्रीयकृत व व्यापारी बँको द्वारा प्रस्तावित है।
इस सभा में प्रभारी निवासी उपजिल्हाधिकारी स्मिता बेलपत्रे, जिल्हा उपनिबंधक शुद्धोधन कांबळे, कृषी विकास अधिकारी मनोहर मुंडे, वीज वितरण कंपनीचे अधीक्षक अभियंता एस.पी वाघमारे, पाटबंधारे विभागाच्या कार्यकारी अभियंता श्रीमती सोनुले, मध्यम प्रकल्पाचे कार्यकारी अभियंता अंकुर कापसे, जिल्हा पुरवठा अधिकारी देवराव वानखेडे, अग्रणी जिल्हा प्रबंधक उदय खर्डेनविस, जिल्हा मध्यवर्ती सहकारी बँक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुरेश टेटे, नाबार्ड के जिल्हा विकास व्यवस्थापक नीरज जागरे, जिल्हा मार्केटिंग अधिकारी भाऊसाहेब खर्चे, आदिवासी विकास महामंडळ के प्रादेशिक व्यवस्थापक श्री.सांभरे, सहित कृषी विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
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