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डीएलआर DLR लिपिक अधिकारी चौहान ने किसानों के डकारे ₹500

गोंदिया ।  एक और कोरोना के समय से पूरे देश जूझ रहा है वहीं दूसरी ओर डीएलआर अधिकारी चौहान ने कई ऐसे किसानों के ₹500 एठे है,न जाने कितने डकारे होंगे।

मामला यह है कि कामठा निवासी यशवंतराव लक्ष्मण गायधने इन्होंने डीएलआर कार्यालय में जाकर लिपिक चौहान को चालान के रूप में बैंक में भरने के लिए ₹3500 दिए उन्होंने कहा कि DLR जमीन का करने का ₹3500 लगता है तथा किसान यशवंतराव को 2 महीने का समय दिया गया किंतु यहां मामला पूरे भ्रष्टाचार का है, रिश्वतखोरी का है। चौहान ने चालान का सिर्फ 3000 ही बैंक में भरा फिर ₹500 का क्या हुआ ?  ₹3500 दिया तो उन किसानों को सिर्फ चालान की पावती 3000 की क्यों दी गई। 3500 की क्यों नहीं शिकायत करने के बाद भी किसी अधिकारी ने सुध नहीं ली चौहान द्वारा ₹500 रिश्वत में लिए की जानकारी मिलते ही तुरंत लिखित शिकायत संबंधित उपभूमि अधीक्षक को दी गई, लेकिन उनके तरफ से कोई भी प्रतिउत्तर नहीं दिया गया। उस लिपिक चौहान पर रिश्वतखोरी एवं किसानों से अतिरिक्त पैसे लेकर चालन के रूप में कम पैसे भरना यहां कृत्य बंद करके तथा किसान गायधने ने यह मांग रखी कि ₹500 तत्काल वापस करें।

उपभूमि अधीक्षक, गोंदिया 

में DLR करने 3500/- चव्हाण को दिया किंतु उन्होंने 3500/- की चालान न देते हुए 3000 की ही चालान दी। बाकी के 500 रु खा लिया गया । अधिकारी लोग किसानों से ऐसे पैसे लेकर रुश्वत को बढ़ावा दिया है। किसानों का तत्तकाल 500 वापस किया जाए। इनपर तत्तकाल कार्यवाही हो ,तथा 5000 का रिश्वत खोरी का जुर्माना वसूला जाए।

साथ ही उस चौहान पर ₹5000 का दंड वसूला जाए ताकि कृपया कोई भी किसान ऐसे कृत्य ना करें और ना ही अतिरिक्त राशि लें साथ ही साथ अरुण बन्नाटे, अध्यक्ष- अर्पन बहुउद्देशीय सामाजिक संस्था, गोंदिया एवं प्रदेश अध्यक्ष, सोशल मीडिया प्रभारी अवंतीबाई लोधी महासभा, महाराष्ट्र राज्य इन्होंने मांग रखी कि इन किसान के पैसे तत्काल में वापस करें तथा उस लिपिक पर दंड के स्वरूप ₹5000 वसूला जाए और उन्हें तुरंत बर्खास्त कर दिया जाए।

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