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गौशाला नगर परिषद पशु तस्करी कांड में नया खुलासा गोंदिया नगर परिषद ने ₹300 प्रति नग गाय के भाव से 108 जानवरों की बिक्री पर ₹600 के भाव से 7 गायों की बिक्री दर्शाई

₹300 में गाय बेचने वाली गोंदिया नगर परिषद का नाम गिनीज बुक में दर्ज करना चाहिए 

गोंदिया । दैनिक कशिश में गौशाला नगर परिषद पशु तस्करी कांड का पर्दाफाश किए जाने के बाद गोंदिया नगर परिषद प्रशासन सक्रिय हो गया। वह गोंदिया नगर परिषद ने 2 वर्ष नामों से 115 जानवरों की नीलामी कागज में दर्शा दी एक कथित ठेकेदार को 108 जानवर ₹300 प्रति नग व दूसरे ठेकेदार को ₹600 प्रति नग के भाव से साथ जानवरों की बिक्री दर्शाई गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सितंबर 2020 में लगभग 116 से अधिक जानवर पकड़े गए थे व तत्कालीन प्रभारी मुख्य अधिकारी श्री सावनकुमार के कार्यकाल में प्रति जानवर ₹200 प्रतिदिन के हिसाब से गौशाला के साथ अनुबंध किया गया। सितंबर 2020 से मई 2021 तक लगभग 8 महीने लगभग 240 दिनों का जानवरों का खुराक बिल बनाकर गौशाला द्वारा नगर परिषद गोंदिया को दिया गया तब नगर परिषद के वर्तमान मुख्य अधिकारी करण चौहान ने गौशाला को 52लाख रु की खुराक बिल देने के लिए नगर परिषद की दुकान रख कर मंजूरी लेने की मौखिक जानकारी गौशाला को देने के बाद गौशाला के कुछ पदाधिकारियों ने गौशाला से नगर परिषद द्वारा लाए गए। इस गौशाला नगर परिषद पशु तस्करी कांड के रूप में हो गई दैनिक लाइव में इस कांड का पर्दाफाश होने के बाद गोंदिया नगर परिषद द्वारा बोगस व जुटे रिकॉर्ड बनाकर 115 जानवरों को ₹300 के प्रति भाव से शुक्रवार जानवर व सात जन्म ₹600 के प्रति भाव से बगल बिक्री दर्शा कर पशु तस्करों के हवाले कर दिया गया 1 किलो मुर्गा मुर्गी भी 400 से ₹500 में मिलता है फिर 1 से 2 क्विंटल भजन की गाय को मात्र ₹300 में बेचने वाली गोंदिया नगर परिषद का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल करवाना चाहिए गौशाला नगर परिषद द्वारा मिलकर किए गए इस पशु तस्करी कांड में रोज नए खुलासे हो रहे हैं, लेकिन गोंदिया जिला पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन को मांगपत्र निवेदन देने के बाद भी जांच कार्रवाई शुरू नहीं की गई है। है कुछ गौ भक्त इस मामले को लेकर उच्च न्यायालय नागपुर खंडपीठ में जाने की तैयारी में हैं ऐसी भी विश्वसनीय जानकारी मिली है गुना नगर परिषद में कथित गो भक्तों भाजपाइयों की सत्ता है लेकिन एक भी सत्ता धारी सेवक ने आगे बढ़कर इस मामले की शिकायत f.i.r. करवाने की कर्तव्य पूर्ति नहीं की है और गोंदिया नगर परिषद ने विपक्ष साहिब कि नहीं क्योंकि पूरा शहर जानता है कि गोंदिया नगर परिषद में बंदरबांट कैसे चलती है।

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