प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना बीमा कंपनी बीमा देन में विफल
गोंदिया । खरीफ सीजन के दौरान भारी बारिश से भंडारा, तुमसर, मोहाडी, गोंदिया, पवनी, तालुका को भारी नुकसान हुआ था। जिसमें 38921 किसान प्रभावित हुई थी 26812 हेक्टर फसल बर्बाद हुई। उसके बाद राज्य सरकार ने पहल करती हुई किसानों को भारी मात्रा में मदद की और जिले में किसानों को 7 करोड़ वे 42 लाख रुपए की सहायता दी, हालांकि इस तथ्य के बावजूद कि खरीफ सीजन के दौरान 183401 किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में भाग लिया है। उनमें से हजारों को अभी तक फसल बीमा कंपनियों के सहायता नहीं मिली है। 6 महीने के अंतराल के बाद भी किसान परेशान हैं, क्योंकि फसल बीमा कंपनियां मदद के लिए बाहर पहुंच गई है। एक तरफ चोटी के कर्ज का भुगतान करने के लिए किसानों के सिर पर तलवार लटकती है। वहीं दूसरी ओर किसानों ने बीमा कंपनी से मदद नहीं मिलने की दुविधा में खुद को पाया है, जैसे ही धान की फसल को काटा गया तो मावा तुरतुड़ा ने हमला कर देने से धान की फसल नष्ट हो गई। कृषि सहायक, बीमा प्रतिनिधि आए और निरीक्षण किया लेकिन अभी तक कोई बीमा राशि नहीं मिली है। प्रशासन को इस मामले पर ध्यान देना चाहिए।
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