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ग्राम विकास अधिकारी एवं सरपंच के मिलीभगत से ग्राम कवलेवाडा में गैर पद्धति से पद भर्ती

गोंदिया । गोरेगांव तालुका अंतर्गत ग्राम कवलेवाडा में ग्राम विकास अधिकारी एवं सरपंच की मिलीभगत से भर्ती प्रक्रिया की गई, जिससे नागरिकों में असंतोष का वातावरण निर्माण है। नागरिकों का कहना है कि जिस पद भर्ती प्रक्रिया की कोई विज्ञापन नही हुआ। नाही प्रसिद्धि हुई और ना ही गांव के अन्य पदाधिकारी से चर्चा हुई। किसी भी प्रकार की कोई चर्चा ना होती हुई और ठराव भी न लेते हुए यहां गैर पद्धति से पद भर्ती हुई। स्थानीय ग्राम पंचायत के सदस्यों का बयान उन्होंने दिया कि इसकी जानकारी उन्हें नहीं है, ग्राम पंचायत के सदस्यों को अगर यहां जानकारी नहीं है। तो यह एक सोची समझी साजिश के तहत मामला दर्ज होने का बनता है, इस पर ग्राम निवासियों ने ग्राम विकास अधिकारी एवं सरपंच के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का अर्जी स्थानीय जिलाधिकारी एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी से गुहार लगाई है। उनपर तुरंत कार्रवाई हो और उनके पद अधिकारियों से तुरंत बर्खास्त किया जाए ग्रामीणों ने की है पद भर्ती नियम अनुसार और कायदे से नहीं होने का आरोप ग्रामीणों ने लगाया है, जिससे पद भर्ती नियम अनुसार व कायदे से होना अनिवार्य है। पद भर्ती 6 से महीने होने के बावजूद विज्ञापन और प्रसिद्धि नहीं किया जिसे पूर्ण रूप से ग्राम विकास अधिकारी जिम्मेदार है उन पर तत्काल कार्रवाई हो वह उन्हें पद से बर्खास्त किया जाए ऐसे सभी नागरिकों का कहना है।

माहिती का अधिकार लगाते होते हुए भी ग्राम विकास अधिकारी ने कोई भी किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं दी गई साथ ही साथ इसमें न तो खंड विकास अधिकारी से कोई चौकशी हुई और ना ही कोई प्रतिक्रिया हुई। यह मामला कोर्ट में भी दर्ज किया गया है किंतु किसी ने अभी इनकी सुध नहीं ली गई है। आरटीआई लगाने के बाद भी कोई जानकारी नहीं दी गई जिसमें आरटीआई उल्लंघन के अंतर्गत उन अधिकारियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो ऐसे नागपुर विभागीय आयुक्त से गुहार लगाई गई है।

 ग्राम पंचायत में कंप्यूटर ऑपरेटर होते हुए भी कंप्यूटर ऑपरेटर ने राजीनामा दिया उनके बाद फिर गैर रितसर से उन्हें ही कंप्यूटर ऑपरेटर बनाया गया। पद भर्ती प्रक्रिया पूर्ण की गई कंप्यूटर ऑपरेटर ग्राम पंचायत पद पर होते हुए भी, रोजनदारी पर होती हुई भी 2 पगार उन्हें ग्राम विकास अधिकारी की मिलीभगत से दिया गया। नागरिकों का इन पर आक्षेप है कि इनके वरिष्ठ द्वारा चौकशी हो और दोषियों पर कड़ी और तुरंत कार्रवाई हो अगर यहां कार्यवाही पत्र देने के बाद 5 दिन के अंदर नहीं हुआ तो स्थानीय ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत के सामने आगामी दिनों में धरना आंदोलन की चेतावनी दी गई है जिससे संबंधित सभी अधिकारी उनका जिम्मेदार रहेगा।

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