भंडारा, गोंदिया, गढ़चिरौली व चंद्रपुर जिले के तेंदूपत्ता संकलन कार्य में 40 हज़ार से अधिक ग्रामीणों को मिला काम पिछले 2 वर्षों से तेंदूपत्ता संकलन करने वाले ग्रामीणों को नहीं मिला बोनस
कोविड की महामारी में चारों जिलों के जिलाधिकारियों से तेंदूपत्ता का बोनस दिलाने की अपील टाइगर प्रोजेक्ट के जंगलों में भी हर वर्ष होता है 100 करोड रुपए से अधिक का तेंदूपत्ता संकलन
गोंदिया । तेंदूपत्ता सीजन शुरू हो चुका है खुंटकटाई व अलगवाई के बाद अब तेंदूपत्ता संकलन का कार्य गोंदिया, भंडारा, गडचिरोली व चंद्रपुर जिलों में शुरू हो चुका है। कोविड में भी सरकार के सहयोग से इन सभी चारों जिलों में लगभग 40,000 से अधिक ग्रामीण नागरिकों को तेंदूपत्ता संकलन का कार्य मिल चुका है। जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को काफी मजबूती मिली। विशेष उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र शासन का वन विभाग इन तेंदूपत्ता संकलन कार्य करने वाले मजदूरों को बोनस प्रदान करती है, लेकिन पिछले 2 वर्षों से अनेकों मजदूर बोनस से वंचित है। अगर बोनस का पैसा मिलेगा तो हजारों मजदूरों को मदद होगी, इन चारों जिलों के जिलाधिकारियों से कशिश लाइव मांग करता है कि, अपने अधिकार का उपयोग कर इन तमाम तेंदूपत्ता मजदूरों को उनका बकाया बोनस दिलवाने का इंतजाम करें, जिससे इन चारों जिलों के ग्रामीणों को उनके हक का पैसा मिलेगा। तो उन्हें बहुत बड़ी आर्थिक सहायता हो जाएगी। इसलिए कुछ वर्षों से नागझिरा नवेगांव टाइगर प्रोजेक्ट की निर्मिती के बाद से इस टाइगर प्रोजेक्ट के तमाम जंगलों को तेंदूपत्ता यूनिट से बाहर कर दिया गया है। इसके बावजूद इस टाइगर प्रोजेक्ट में शामिल जंगलों में तेंदूपत्ता संकलन करके नजदीकी तेंदूपत्ता ठेकेदार तक यहां से निकाला गया। तेंदूपत्ता जमा करवाया जाता है प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रतिवर्ष टाइगर प्रोजेक्ट के जंगलों में लगभग 100 करोड़ से अधिक मूल्य का तेंदूपत्ता निकाल कर दूसरे सेंटरों पर भेजा जाता है। कुछ अधिक होशियार ठेकेदार इस तेंदूपत्ता की खरीदी औने पौने, चोरी के दामों में खरीद कर लंबी कमाई कर रहे हैं। कशिश लाइव ने पिछले सालों से इन तेंदूपत्ता ठेकेदारों से जीएसटी की वसूली को लगभग 100 करोड रुपए के आसपास होती है। ना किए जाने का मुद्दा भी उठाया था लेकिन लेटलतीफी के चलते संबंधित अधिकारियों की जेब गर्म हो रही है। इस मुद्दे पर चारों जिला अधिकारियों को कार्रवाई करना चाहिए ऐसी मांग चारों जिलों के जिलाधिकारियों से कशिश लाइव करता है।
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