शास्त्र प्रमाणित सत्संग पुरे विश्व में केवल संत रामपाल जी महाराज ही बताते हैं
सत्संग में भूली वस्तु याद दिलाई जाती हैः संत रामपाल जी महाराज
14 जुलाई, सुबह 11:00 बजे
महाराष्ट्र: इस रविवार को महाराष्ट्र राज्य के कई जिलों सहित गांधी मंगल कार्यालय गोविन्दपुर रोड गोंदिया में संत रामपाल जी महाराज के सत्संग का आयोजन किया गया। सत्संग का प्रसारण प्रोजेक्टर के माध्यम से किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया और संत रामपाल जी महाराज का सत्संग श्रवण किया। सतसंग में संत रामपाल जी महाराज ने बताया कि सच्चा आध्यात्मिक ज्ञान ही मानव जीवन को सही दिशा दे सकता है। उन्होंने वेद, गीता ,पुराण और अन्य धार्मिक ग्रंथों के माध्यम से भगवान प्राप्ति का मार्ग और सही भक्तिविधि बताई और साथ ही में संपूर्ण श्रृष्टि रचना के बारे मे सही जानकारी दी। सत्संग के दौरान, संत रामपाल जी महाराज ने भक्ति मार्ग के महत्व को समझाया और बताया कि कैसे भक्ति के मार्ग पर चलकर व्यक्ति अपने जीवन को सुखमय और संतोषजनक बना सकता है। संत रामपाल जी महाराज ने धार्मिक ग्रंथों के अध्ययन के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि इन ग्रंथों का अध्ययन करके व्यक्ति सच्चे ज्ञान की प्राप्ति कर सकता है और अपने जीवन को सार्थक बना सकता है। संत रामपाल जी महाराज पूर्ण प्रमाणित ज्ञान बताते है। वर्तमान में उनके ज्ञान का डंका संपूर्ण विश्व में बज रहा हैं।
इस सत्संग का प्रसारण प्रोजेक्टर के माध्यम से किया गया ताकि श्रद्धालु एक साथ इस महत्वपूर्ण अवसर का हिस्सा बन सकें और ग्रंथों के प्रमाणों को देख सकें। इस प्रकार के आयोजनों से समाज में यथार्थ आध्यात्मिक ज्ञान का प्रसार होता है और मनुष्य को अपने जीवन का मूल कर्तव्य समझ में आता है, जिन्हें इंसान भूल चुका है।
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